जालन्धर/(नेहा): नई दिल्ली, 23 अगस्त 2025 – भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को पूरी तरह से खारिज किया है, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में मध्यस्थता का दावा किया था। जयशंकर ने स्पष्ट किया कि मई में हुई चार दिवसीय सैन्य झड़प के दौरान कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था।
🔹 भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी वार्ता
जयशंकर ने कहा, “सीजफायर सीधे भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य चैनलों के माध्यम से हुआ। हमने सभी देशों, जिनमें अमेरिका भी शामिल है, को यह स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान को सीधे हमसे संपर्क करना होगा।”
🔹 ट्रंप का मध्यस्थता दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में मध्यस्थता की और दोनों देशों के बीच संघर्ष को समाप्त कराया। हालांकि, भारत ने इसे “गलत सूचना” बताया है।
🔹 भारत की विदेश नीति की स्पष्टता
जयशंकर ने कहा, “हमारी विदेश नीति में स्पष्टता है। हम किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करते।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की प्राथमिकता अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना है, और किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को नकारा जाता है।
🔹 विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल किया कि ट्रंप को मध्यस्थता की अनुमति किसने दी।
सारांश: भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि युद्धविराम और कूटनीतिक समाधान केवल भारत और पाकिस्तान के बीच होंगे। कोई तीसरा पक्ष इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता।


















