कनाडा जाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले स्टूडेंट के लिए बुरी खबर सामने आई है।कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने अगले दो साल के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्र वीजा में कटौती करने और वीजा जारी करने के लिए एक सीमा तय करने का ऐलान किया है।कनाडा सरकार ने 2 साल कैप वीजा को नई सीमा तय करने की घोषणा की है। इस साल कनाडा में नई स्टडी वीजा में कुल मिलाकर 35% की कटौती की गई है।कनाडा सरकार की फैसले को लेकर इमीग्रेशन एक्सपर्ट अरविंदर सिंह ने सरकार के इस फैसले को लेकर विस्तार से जानकारी दी और बताया क्या कारण है।इसके साथ उन्होंने कहा की प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप कॉलेज स्टूडेंट की चिंता का विषय बना हुआ है।
कनाडा सरकार की फैसले को लेकर जालंधर के इमीग्रेशन एक्सपर्ट अरविंदर सिंह ने बताया कि किन कारण वर्ष सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे विद्यार्थियों की चिंता बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि कनाडा सरकार ने स्टूडेंट पर 2 साल का कैप लगाकर रख दिया है। कनाडा सरकार ने 2022 में 8 लाख के करीब स्टूडेंट को वीजा जारी किए थे जो एक बहुत बड़ा नंबर है पिछले साल 2023 में 64 हजार के करीब कनाडा सरकार ने स्टूडेंट को वीजा जारी किए थे,जो पिछले कोटे से 35% काम है और इस साल इस संख्या को सरकार ने इंक्रीज करना था,लेकिन सरकार ने स्टूडेंट पर कैप वीजा लगा कर रोक लगा दी है। कनाडा में स्टूडेंट को आ रही परेशानियों को लेकर सरकार ने उन पर ध्यान केंद्रित किया और सामने आया कि हाउसिंग की सबसे बड़ी समस्या स्टूडेंट को आ रही है। दिस इस वही प्राइवेट स्कूल कॉलेज की बढ़ती फीस स्टूडेंट के लिए चिंता का बड़ा रही है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप वाले कॉलेज इस समय सबसे बड़ी चिंता का कारण बने हुए हैं। कनाडा सरकार ने सभी स्कूल कॉलेज को कहा था की जो स्टूडेंट को संभाल नहीं सकते उन्हें यहां पर ना बुलाया जाए।
रातों-रात जब सरकार को इसका कोई हल निकलता हुआ दिखाई नहीं दिया तो सरकार ने स्टूडेंट को प्रिवेंशन कोटे के अधीन रिड्यूस किया गया है। उन्होंने कहा कि अब स्टूडेंट का कोटा काम होगा,लेकिन पापुलेशन इंडेक्स पर कोटा प्रोविंस वॉइस होगा और कनाडा की सभी राज्य सरकारें के अनुसार उनके राज्य का कोटा अलग-अलग होगा। दूसरी उन्होंने बड़ी खबर बताई की जो स्टूडेंट मास्टर्स और डॉक्टरेट के प्रोग्राम में जायेंगे वही स्टूडेंट अपने स्पाउस को लगाकर जा पाएंगे। उन्होंने कहा कि एक के ऊपर एक लादकर जाने वाली समस्या और बढ़ती लेबर व 12वीं पास स्टूडेंट की संख्या से कनाडा सरकार परेशान थी। अब कनाडा सरकार ने मास्टररेट और डॉक्टरेस्ट या ज्यादा पढ़े-लिखे स्टूडेंट पर फोकस करेगी।वही कहा की मास्टरेस्ट प्रोग्राम डिग्री ओरिएंटल प्रोग्राम कनाडा के लोगों की आने वाली पसंद होगी।

















