पंजाब कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे नवजोत सिद्धू ने एक बार फिर अपनी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है। हालांकि तरीके में थोड़ा बदलाव जरूर किया है। अब वह किसी पर सीधा हमला करने की बजाय व्यंग्य का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर एक पोस्ट अपलोड की है। इसमें लिखा है कि हुनर होगा तो दुनिया कद्र करेगी, एड़ियां उठाने से किरदार ऊंचे नहीं होते हैं। हालांकि यह सोशल मीडिया पोस्ट उन्होंने उस समय की है, जब कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के सीनियर नेताओं के सामने पार्टी में चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। जबकि इसके विपरीत सिद्धू की रैलियां पूरी तरह से कामयाब रही है। वहीं, सिद्धू उनसे ज्यादा भीड़ जुटाने में कामयाब रहे है।
सिद्धू ने जब यह पोस्ट की है तो उसका समय काफी अहम है। क्योंकि इन दिनों पंजाब कांग्रेस के सीनियर के सीनियर नेता लोकसभा हलकों में जाकर कार्यकताओं से मीटिंग कर आए हैं। जहां अधिकतर जगह पर पार्टी की गुटबाजी सामने आई है। फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना और अमृतसर में कांग्रेसी कार्यकता खुद ही भिड़ गए। सीनियर नेताओं को बीच बचाव करना पड़ा। ऐसे में संकेत साफ है कि पार्टी में सब ठीक नहीं है। जबकि पार्टी इंचार्ज देवेंद्र यादव ने इस मामले में कहना पड़ा कि रैलियों में हंगामा नहीं हुआ है, कार्यकता अपने घर में भड़ास नहीं निकालेंगे तो कहा निकालेंगे।
सिद्धू के इस तरीके के बदलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। क्योंकि गत कुछ दिनों से पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग भी सीधे उन्हें कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। अमृतसर में तो उन्होंने सिद्धू को लेकर पूछे सवाल पर मीडिया को साफ कह दिया था कि हर बार ऐसे सवाल न किया करे। वह अपनी बात पहले ही साफ कर चुके हैं। वहीं, सिद्धू भी साफ कह चुके है कि वह अपनी बात पार्टी हाईकमान को बता चुके हैं। जबकि वह अपने लोगों के साथ खड़े हैं। ऐसे में लगता है कि अब पार्टी बीच का रास्ता निकालने में जुट गई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान मल्लिकार्जुन खड़गे इसी महीने पंजाब आ रहे हैं। वह समराला में पार्टी कन्वेंशन में शामिल होंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी नेता किसी भी तरह की बयानबाजी में फंसने से बच रहे हैं। सबका फोकस कंन्वेशन को कामयाब बनाने में लगा हुआ है। प्रार्टी इंचार्ज देवेंद्र यादव खुद समराला में जगह देखकर आए हैं।


















