जालंधर (आरती ) गांव तलवंडी मोहर सिंह से संबंधित एक महत्वपूर्ण घटना सामने आई है, जिसमें एस.सी. वर्ग की सरपंच का बिना मुकाबले से विजय करार दिया जाना एक प्रमुख मुद्दा रहा। यह सरपंच, जो राजविंदर सिंह के गुट के साथ आम आदमी पार्टी से संबंधित थी, ने गांव की राजनीति में अपनी जगह मजबूत की थी। इस जीत से गांव में राजनीतिक तनाव और विचारधाराओं में टकराव की संभावनाएं बढ़ गई थीं।
राजविंदर सिंह, जो इस गुट का महत्वपूर्ण नेता था, उसी दिन अपने गांव तलवंडी मोहर सिंह लौट रहा था। वह कार में सवार होकर ठक्करपुरा गांव के पास से गुजर रहा था जब अचानक एक अप्रत्याशित घटना घटी। तीन नौजवान, जो मोटरसाइकिल पर सवार थे, ने उसकी गाड़ी को रोक लिया। स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई जब उन्होंने बिना किसी चेतावनी के राजविंदर सिंह पर गोलियों की बौछार कर दी। इस क्रूर हमले में, राजविंदर सिंह को बचने का कोई मौका नहीं मिला और घटनास्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
यह हत्या गांव में फैल रहे राजनीतिक तनाव और व्यक्तिगत दुश्मनी की गंभीरता को दर्शाती है। घटनास्थल पर उपस्थित लोग इस हमले से हतप्रभ रह गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी, लेकिन हमलावर वहां से भागने में सफल रहे। फिलहाल पुलिस मोटरसाइकिल सवार युवकों की पहचान और उनकी मंशा का पता लगाने की कोशिश कर रही है।













