
-ब्यूरो रिपोर्ट
एक वक्त था जब दूध दही और मक्खन के लिए जाना जाता था, लेकिन आज पंजाब नशे के लिए जाना जाता है। आये दिन कोई ना कोई मां का जवान बेटा नशे की वजह अपने जीवन लीला समाप्त कर रहा है। सरकारे लगातार नशे को खत्म करने की कोशिश कर रही है, लेकिन नशे का यह दलदल खत्म नहीं हो रहा है। ऐसे में एक जिला जालंधर के शाहकोट के रहने वाले गुरनाम सिंह ने नशे को लेकर एक गीत लिखा है। जिसमें वह समाज को संदेश दे रहे हैं कि आखिर नशे पर कौन रोक लगाएगा। आखिर एक बार फिर से कब रंगला पंजाब देखने को मिलेगा।
मीडिया से बातचीत करते हो उन्होंने कहा कि अगर आज कोई चीज पंजाब को दिमाग की तरह चाट रही है तो वह नशा है, जो हमारे नौजवान पीढ़ी को खत्म कर रहा है। पहले भी बहुत सारे गीत आ चुके हैं, पहले भी बहुत सारे प्रयास हो चुके हैं। लेकिन कहते हैं ना हर एक चीज अपना कोई ना कोई असर जरूर करके दिखाती है। तो यह हमारी यह कोशिश है कि अगर हमारे गीत से थोड़ा भी फर्क पड़ता है, तो यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात होगी।


















