नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के तहत हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस पर तीखे हमले किए। अपने भाषण में, उन्होंने कांग्रेस पर देश की प्रगति को रोकने और झूठ फैलाने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, “जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, स्वाभाविक है प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है और चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। जिन्हें भारत की प्रगति से दिक्कत है, जो भारत की प्रगति को चुनौती के रूप में देखते हैं, वो गलत हथकंडे भी अपना रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में सुप्रीम कोर्ट के एक जजमेंट का हवाला देते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी गंभीरता से कहा है कि महान देश की प्रगति पर संदेह प्रकट करने, उसे कम करने और हर संभव मोर्चे पर उसे कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह के किसी भी प्रयत्न को आरंभ में ही रोक दिया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की यह भावना गंभीरता से विचार करने योग्य है और देशवासियों को ऐसी ताकतों से सतर्क रहने की जरूरत है।

पीएम मोदी ने कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से यह इकोसिस्टम देश की विकास यात्रा को डिरेल करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस इकोसिस्टम की हर साजिश का जवाब उसी की भाषा में दिया जाएगा और देशविरोधी साजिशों को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने देश के विकास के प्रति अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा, “दुनिया अब भारत की प्रगति को गंभीरता से ले रही है। 140 करोड़ देशवासियों ने पांच साल के लिए अपना जनादेश दे दिया है। अब समय है कि हम सब मिलकर विकसित भारत के संकल्प को सिद्धि में बदलें।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सदस्यों से विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया और कहा कि पॉजिटिव राजनीति की जरूरत है। उन्होंने इंडी गठबंधन से अपील की कि वे गुड गवर्नेंस और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने की प्रतिस्पर्धा करें, जिससे देश और उनके राज्यों का भला हो सके। अपने भाषण के अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देशहित के विषय पर हम सबको मिलकर काम करना चाहिए और देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए साथ चलना चाहिए।” उन्होंने सदन के सभी सदस्यों को विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आमंत्रित किया।


















