बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान आज शाम 4 बजे | Election Commission Schedule LIVE

0
28

बिहार चुनाव 2025: विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज, राजनीतिक दलों में हलचल तेज

भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्यों में से एक, बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा आज यानी सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को होने जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India – ECI) आज शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा करेगा। इस घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct – MCC) तुरंत प्रभाव से लागू हो जाएगी।

क्यों अहम है यह चुनाव?

बिहार चुनाव हमेशा से ही देश की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं, क्योंकि यह सामाजिक समीकरणों, जातिगत गणित और क्षेत्रीय पार्टियों की शक्ति का एक बड़ा केंद्र है। इस बार का चुनाव और भी दिलचस्प है क्योंकि यह दो प्रमुख गठबंधन—मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला NDA (जिसमें BJP शामिल है) और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला INDIA गठबंधन (जिसमें RJD और कांग्रेस शामिल हैं)—के बीच सीधा मुकाबला है।

पिछली बार के चुनावों के बाद से, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार पाला बदला है, जिससे इस बार उनकी विश्वसनीयता और राजनीतिक भविष्य दांव पर है। वहीं, तेजस्वी यादव अपनी युवा नेतृत्व और रोज़गार के वादे के साथ मतदाताओं को आकर्षित करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

ECI की घोषणा में क्या होगा खास?

आज शाम 4 बजे की घोषणा में मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान रहेगा:

  1. मतदान की तारीखें (Polling Dates): चुनाव कितने चरणों (Phases) में होंगे और उन चरणों की तारीखें क्या होंगी। बिहार में सुरक्षा व्यवस्था और वोटरों की संख्या को देखते हुए चुनाव अक्सर कई चरणों में आयोजित होते हैं।
  2. नामांकन की प्रक्रिया (Nomination Process): उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की शुरुआत और अंतिम तारीख।
  3. परिणाम की तारीख (Counting Date): वह दिन जब मतगणना होगी और यह स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार में अगली सरकार कौन बनाएगा।
  4. आचार संहिता लागू: आदर्श आचार संहिता के तुरंत लागू होने के बाद सरकारी घोषणाओं और योजनाओं पर रोक लग जाएगी, जिससे राजनीतिक गतिविधियाँ चुनावी नियमों के दायरे में आ जाएंगी।

प्रमुख मुद्दे और कीवर्ड्स

इस चुनाव में रोज़गार (Employment), जातिगत जनगणना (Caste Census) के आंकड़े, विकास (Development), कानून-व्यवस्था (Law and Order) और भ्रष्टाचार मुख्य चुनावी मुद्दे बने रहने की उम्मीद है। सीमांचल और मगध जैसे क्षेत्र अपनी-अपनी राजनीतिक समीकरणों के कारण हॉटस्पॉट बने हुए हैं।

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की सीमांचल में उपस्थिति भी मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण (Polarization) के लिहाज से महत्वपूर्ण हो सकती है, जैसा कि उन्होंने हाल ही में बयान दिया कि बिहार के 19% मुसलमानों के पास कोई नेता नहीं है।

निष्कर्ष

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा राज्य की राजनीति को एक नई दिशा देगी। आज शाम 4 बजे निर्वाचन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सभी पार्टियों की चुनावी रणनीति तेज़ हो जाएगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता (Voters) किसे चुनती है—नीतीश का अनुभव और डबल इंजन की सरकार, या तेजस्वी की युवा ऊर्जा और परिवर्तन का वादा।

आज शाम 4 बजे की हर खबर और विश्लेषण के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here