जालंधर /कानपुर (आरती ) : कानपुर के एक पिता ने अपनी बेटी को उसके ससुराल से वापस लाने के लिए एक अद्वितीय मिशाल पेश की। पिता ने कहा कि जिस तरह उन्होंने बेटी को ससुराल भेजा था, उसी तरह अब वह उसे फिर से घर लाकर बेटी बनाने के लिए आए हैं। इस मामले की समाज में चर्चा हो रही है।
बेटी का नाम उर्वी है, उम्र 36 वर्ष है, और वह एक इंजीनियर है। वह दिल्ली के पालम एयरपोर्ट में काम करती है। उर्वी की शादी आठ साल पहले गोपाल प्रसाद के बेटे आशीष रंजन से हुई थी, जो कंप्यूटर इंजीनियर है। शादी के बाद दोनों दिल्ली में ही रहने लगे थे। बताया जा रहा है कि उर्वी और आशीष के शादी के कुछ दिनों बाद तक सब ठीक चला और दोनों की एक बेटी भी हुई। बेटी होने के कुछ समय बाद उर्वी को उसके ससुराल वालों और पति ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इससे तंग आकर उर्वी ने अपने पति को तलाक दे दिया। यह बात जब उसके मायके वालों को पता लगी तो वे सभी उर्वी को ठीक जिस तरह ससुराल भेजा था, वैसे ही वापस ले आए।
उर्वी के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को ससुराल भेजा था और अब उन्होंने उसे फिर से घर लाकर बेटी बनाने के लिए आए हैं। वे अपनी बेटी और उसकी नातिन की जिम्मेदारी खुद उठाएंगे।













