जालंधर/लुधियाना (नवनीत कौर): लोकसभा चुनावों के नतीजों के रूप में कई रिकार्ड बने व टूटे हैं। इनमें से पंजाब के नए बने सांसदों में से लगातार 4 बार जीतने का रिकार्ड सिर्फ हरसिमरत बादल के नाम है, जो 2009 से लगातार बठिंडा से एमपी हैं। हालांकि यह रिकार्ड लुधियाना से एमपी रवनीत बिटटु के नाम भी हो सकता था। इसी तरह अगर पटियाला से परनीत कौर चुनाव जीतती तो उनके नाम 5 बार एम पी बनने का रिकार्ड होता, लेकिन वो दोनों चुनाव हार गए हैं। इसके अलावा पंजाब के नए बने सांसदों में से अम्रतसर से गुरजीत औजला ने जीत की हैट्रिक लगाई है।
इसके अलावा फिरोजपुर से शेर सिंह घुबाया तीसरी बार एम पी बने हैं और फतेहगढ साहिब से डा. अमर सिंह व पटियाला से डा. धर्मवीर गांधी दूसरी बार एमपी बने हैं।लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में एक पूर्व मुख्यमंत्री व तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिश्तेदार मैदान में थे। उनमें से जालंधर से चरणजीत चन्नी व बठिंडा से हरसिमरत बादल चुनाव जीत गई हैं। जबकि लुधियाना से पूर्व सी एम बेअंत सिंह के पाेते रवनीत बिटटु व पटियाला से कैप्टन अमरेंद्र सिंह की पत्नी परनीत कौर को हार का सामना करना पडा।इस बार लोकसभा चुनावों के दौरान नए चेहरों के आगे आने की एक बडी वजह भी मानी जा रही है कि 5 एम पी चुनाव ही नही लडे। इनमें फिरोजपुर से सुखबीर बादल, खंडूर साहिब से जसबीर सिंह डिम्पा, फरीदकोट से मोहम्मद सदीक, गुरदासपुर से सन्नी दियोल, होशियारपुर से सोम प्रकाश के नाम शामिल हैं।

















