श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर में अदा की गई माता तुलसी को चुनरी चढ़ाने व मेहंदी लगाने की रस्म

0
56

22 नवंबर को होगा श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर के प्रांगण में तुलसी विवाह

जेबीडी जालंधर : मंगलवार को शेखा बाजार के श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर में तुलसी माता को श्री राधा गोविंद धाम की संस्था के सदस्यों द्वारा चुनरी चढ़ाई गई। साथ ही माता तुलसी को मेहंदी भी लगाई गई। मंगलवार को (वर पक्ष) से श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर में ढोल बाजे के साथ तुलसी विवाह के उपलक्ष पर माता तुलसी को चुनरी चढ़ाई गई। साथ ही तुलसी माता को मेहंदी भी लगाई गई। इस दौरान श्री कष्ट निवारण बालाजी मंदिर के सदस्यों द्वारा लड़कों वालों का स्वागत फूल बरसा के किया गया। मंदिर के प्रांगण में दीपक सरगम एवं मंदिर के संचालक एवं विधायक रमन अरोड़ा ने श्री बालाजी महाराज का गुणगान कर भक्तों को मंत्र मुन्ध कर दिया। इस दौरान श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला।

साथ ही श्री कष्ट निवारण बालाजी मंदिर संस्था के अध्यक्ष एवं विधायक रमन अरोड़ा ने आए हुए श्रद्धालुओं से कहा कि तुलसी माता को चुनरी चढ़ाने से देवी तुलसी के साथ भगवान शालिग्राम भी प्रसन्न हो जाते हैं और सुख-शांति और धन-वैभव की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि माता तुलसी की पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। तुलसी विवाह करने से कन्यादान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है। विधायक रमन अरोड़ा कहा कि तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना गया है। उन्होंने कहा कि हर हिंदू अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाए। तुलसी के पौधे की पूजा करे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हम अपने देवी-देवताओं को भोग, वस्त्र और पूजा सामग्री अर्पित करते हैं। ठीक उसी प्रकार से तुलसी को भी देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इसके उपरांत (वधु पक्ष) श्री कष्ट निवारण बालाजी मन्दिर की संस्था द्वारा प्रीती भोज का आयोजन किया गया।

इस मौके पर अशोक शर्मा, आशु शर्मा, राकेश जसुजा, अमित गुम्बर, राघव कपूर, अणुकरण आनंद, रमेश अरोडा, राकेश शर्मा, योगेश कत्याल, जॉय मलिक, अमित चड्ढा, शैली खन्ना, गौरव अरोड़ा, समीर खन्ना, संदीप जग्गा, गौतम जग्गा, हितेश चड्ढा, राजीव मुंजाल, महेश मखिजा, हैप्पी अलंग, संदीप जग्गा, राज कुमार अरोड़ा, मोहित नारंग, गोतम जग्गा, मोहित राजपूत, नरेश कुंद्रा, गीता अरोड़ा, सुनीता गुंबर इत्यादि भगतजन उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here