जालंधर (sneha) : संसद पर हमले की बरसी के दिन लोकसभा के भीतर सुरक्षा में भारी चूक का मामला सामने आया है। संसद की कार्यवाही चल रही थी और शून्य काल के दौरान दर्शक दीर्घा से दो युवक कार्यवाही के बीच कूद गए। एक युवक मेज पीट रहा था और दूसरा पैर से स्मोक बम उड़ाते हुए पीठ की तरफ दौड़ रहा था। इस हरकत से सुरक्षा कर्मियों और सांसदों ने दोनों युवकों को पकड़ा। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब संसद के भीतर घुसपैठ हुई हो।
उधर, इसी दौरान संसद परिसर के बाहर एक युवक और युवती को नारेबाजी और पटाखे फोड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। दोनों तानाशाही बंद करो के नारे लगा रहे थे। दोनों को सुरक्षा कर्मियों ने संसद मार्ग थाने में पूछताछ के लिए रखा है। संसद के अंदर और बाहर घुसपैठ करने वाले चारों आरोपियों को हिरासत में रखा गया है।
संसद की सुरक्षा में इस सेंधमारी के पीछे अब तक 6 किरदार सामने आ चुके हैं। दो लड़के वो जो संसद के अंदर थे, जिनमें से एक लखनऊ का सागर शर्मा जो कि विज़िटर गैलरी से सदन में कूदा था। दूसरा उसका साथी मैसूर का मनोरंजन डीई जो उसी के साथ था। तीसरे और चौथे किरदार जो सदन के बाहर स्मोक क्रैकर से प्रदर्शन कर रहे थे। यानी लातूर महाराष्ट्र का रहने वाला अमोल शिंदे और हरियाणा के हिसार की नीलम। इनके अलावा पांचवे किरदार ललित झा का भी पता चला है। ये संसद के बाहर से प्रदर्शन का वीडियो बना रहा था और अब फ़रार है। बाक़ी चारों के मोबाइल फोन इसी के पास हैं। इसके साथ छठा आरोपी भी फ़रार है।
वहीं, इस घटना ने संसद परिसर में 23 साल पहले हुए आतंकी हमले की याद ताजा कर दी है। संसद में सुरक्षा की भारी चूक पर सांसदों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी व्यक्त की है। सांसदों का कहना है कि उस वक्त नजारा बेहद डरावना था. सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि कुछ समझ नहीं आया। सांसदों और सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी से दोनों युवक पकड़े गए।


















