जालंधर/चंडीगढ़ (आरती) : वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक का है, और इसलिए अक्टूबर माह में ही चुनाव होने की सबसे अधिक संभावनाएं हैं। नए मंत्रियों के दफ्तरों पर ताले लटके नजर आ रहे हैं, जो कि राजनीतिक बदलावों के परिणामस्वरूप हुए हैं। हरियाणा सचिवालय में एक जबरदस्त सन्नाटा छाया हुआ है।
हाल ही में हुए राजनीतिक परिवर्तनों के परिणामस्वरूप, नायब सिंह मुख्यमंत्री बने हैं और उनके मंत्रिमंडल में कई पुराने चेहरे और कुछ नए चेहरे शामिल हुए हैं। आगामी विधानसभा चुनावों के बाद, सरकार के रूप में किस पार्टी की बनेगी, मुख्यमंत्री कौन बनेगा, और मंत्रिमंडल में कौन-कौन से लोग शामिल होंगे, यह सब भविष्य के गर्भ में है।
यहाँ तक कि नए मंत्रियों को उनकी पुरानी कुर्सियों, फर्नीचर, और कार्यालय की साज सजावट संतुष्ट नहीं लग रही है। चर्चा है कि इसके लिए कुछ मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने विशेष बजट की मांग की है।
पुराने सभी मंत्रियों को उनके कार्यालय, फर्नीचर, और सुख-सुविधा के प्रबंधों से संतुष्ट होने का संदेश मिला है। लेकिन यहाँ एक पुराने सीनियर मंत्री की कुर्सी की हालत काफी खराब है, जिसे ऊपर-नीचे करने में भी मदद की ज़रूरत है। लेकिन वह मंत्री प्रदेश के राजस्व पर बोझ नहीं पड़ने देना चाहते हैं, इसलिए कुर्सी को बदलने का विचार नहीं कर रहे हैं, और अपनी कुर्सी को खूब चलने लायक और अच्छी बता रहे हैं।
लगभग चार सप्ताह बीत जाने के बाद सोमवार को सचिवालय में सभी मंत्रियों के कार्यालयों के बाहर प्लेट लगा दी गई, जिस पर मंत्री का नाम और विभागों बारे जानकारी अंकित है। यह कार्यालय तो मंत्रियों को पहले ही अलाट करके सौंप दिए गए थे, लेकिन तख्तियां सोमवार को लगाई गई। अब फिलहाल सचिवालय में मंत्रियों के निजी सहायक, निजी सचिव, कंप्यूटर ऑपरेटर, सेवादारों व अन्य कर्मचारी की नियुक्तियां बकाया है, जिसके लिए सीएम कार्यालय पूरी मेहनत करने में लगा है। सभी मंत्रियों से अपनी सहूलियत और चाहत अनुसार कर्मचारियों की लिस्ट भी मांगी गई है। हालांकि अस्थाई तौर पर सभी मंत्रियों को कर्मचारी मुहैया करवा दिए गए थे, लेकिन औपचारिक रूप से पत्र जारी नहीं किए गए थे। वहीं दूसरी तरफ कर्मचारी भी अपने-अपने जुगाड़ में लगे हुए हैं।

















