नेशनल डेस्क : चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति जताए जाने के बाद संज्ञान लिया है। आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी को नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही, चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों के अध्यक्षों से मांगा है कि वे उन बयानों पर जवाब दें, जिन्हें उनके नेताओं ने धर्म, जाति, समुदाय, और भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन के पैदा होने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 के तहत दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को जवाब देने के लिए अवधि दी है। आयोग ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों और स्टार प्रचारकों के आचरण की प्राथमिक और बढ़ती जिम्मेदारी लेनी होगी। वह भी यह मानते हैं कि शीर्ष पदों पर आसीन नेताओं के चुनावी भाषणों के परिणाम अधिक गंभीर होते हैं।

















